(क) “32वां त्रैवार्षिक अंतरराष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्री सम्मेलन (आईसीएई)” 02 से 07 अगस्त, 2024 तक अंतरराष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्री संघ(आईएएई) द्वारा एनएएससी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर रमेश चंद, सम्मेलन के अध्यक्ष प्रोफेसर मतिन काइम और डेयर के सचिव एवं आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक उपस्थित थे। इस वर्ष सम्मेलन का विषय था “टिकाऊ कृषि खाद्य प्रणालियों की ओर रूख”। इसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण, बढ़ती उत्पादन लागत और विवाद जैसी वैश्विक चुनौतियों के मद्देनजर टिकाऊ कृषि की महती आवश्यकता पर ध्यान देना था। सम्मेलन में लगभग 75 देशों के 1,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

(ख) लिंग-समानता टिकाऊ कृषि हेतु उत्तम पोषण संवेदी एकीकृत कृषि प्रणाली : संभावनाएं एवं चुनौतियां संबंधी तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएनएसएफएस-2024) 06 से 08 नवंबर, 2024 को आईसीएआर केंद्रीय कृषि महिला संस्थान, भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि शिक्षा) द्वारा किया गया और इसका उद्देश्य दुनिया भर में टिकाऊ कृषि के भविष्य को आकार देने वाली कृषि प्रणालियों में लोचशीलता और लैंगिक समानता को मजबूत करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देना था। इस कार्यक्रम में 15 विदेशी प्रतिभागियों सहित कुल 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

(ग) 28 से 30 नवंबर, 2024 तक आईएसडब्ल्यूएस द्विवार्षिक सम्मेलन, 2024 का आयोजन “वैश्विक खाद्य सुरक्षा के जलवायु-अनुकूल खरपतवार प्रबंधन” विषय पर (i)बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, (ii)आईसीएआर - खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर और (iii)भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), नई दिल्ली के सहयोग से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन उप महानिदेशक(एनआरएम), आईसीएआर द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में 450 राष्ट्रीय प्रतिनिधियों और 10 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया।



(घ) खाद्य सुरक्षा के अलावा मृदा की रखरखाव : जलवायु परिवर्तन शमन और पारिस्थितिकी सेवा संबंधी वैश्विक मृदा सम्मेलन-2024, 19 से 22 नवंबर, 2024 को भारतीय मृदा विज्ञान सोसायटी(आईएसएसएस), नई दिल्ली द्वारा एनएएससी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। कृषि और किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत सरकार की विभिन्न पहलों को रेखांकित किया और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा वैश्विक स्थिरता प्राप्त करने में मृदा स्वास्थ्य के महत्व पर जोर दिया। सचिव, डेयर ने मृदा के क्षरण से निपटने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए पारंपरिक ज्ञान को अत्याधुनिक तकनीकों के साथ मिलाकर किफायती और व्यावहारिक समाधान विकसित करने पर जोर दिया।
(ङ) आईसीएआर-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु द्वारा 25 सितंबर, 2024 से 27 सितंबर, 2024 तक बागवानी में पौध संरक्षण विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीपीपीएच-2024) आयोजित किया गया। उप महानिदेशक (एएस), आईसीएआर ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, केन्या, बांग्लादेश, नेपाल और ब्रिटेन से 15 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों और 250 राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बागवानी में पौध संरक्षण पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ने बागवानी फसलों में कीटों और नाशीजीवों के प्रबंधन के उभरते पहलुओं पर विभिन्न देशों के पौध संरक्षण शोधकर्ताओं के बीच विचारों के आदान-प्रदान और चर्चा का अवसर प्रदान किया।