ब्रिक्स
ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी। ब्रिक्स बहु-क्षेत्रीय सहयोग प्रदान करता है, जिसमें वित्तीय और आर्थिक सहयोग स्तंभ में कृषि शामिल है। कृषि विशेषज्ञ कार्य समूह (एईडब्ल्यूजी) की शुरुआत वर्ष 2010 में मास्को में आयोजित कृषि मंत्रियों की बैठक में की गई थी। एईडब्ल्यूजी का प्राथमिक उद्देश्य मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले चर्चा के लिए कृषि रोडमैप तैयार करना है। एईडब्ल्यूजी की पहली बैठक 3-6 अगस्त, 2011 के दौरान चेंगदू, चीन में आयोजित की गई थी और सहयोग के क्षेत्रों सहित वर्ष 2012-16 के लिए एक कार्य योजना को अपनाया गया था जिसमें (i) ब्रिक्स देशों की बुनियादी कृषि सूचना विनिमय प्रणाली का सृजन, (ii) सबसे कमजोर आबादी के लिए भोजन तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक सामान्य कार्यनीति का विकास, (iii) खाद्य सुरक्षा पर जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव को कम करना और जलवायु परिवर्तन के लिए कृषि का अनुकूलन, (iv) कृषि प्रौद्योगिकी सहयोग और नवाचार को बढ़ाना तथा (v) व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना शामिल था।
डेयर/आईसीएआर ने दिनांक 27 अगस्त, 2012 को ब्रिक्स के कृषि उत्पादों और खाद्य सुरक्षा संबंधी विशेषज्ञों की बैठक और 28 अगस्त, 2012 को ब्रिक्स कृषि विशेषज्ञ कार्य समूह (एईडब्ल्यूजी) की बैठक की मेजबानी की, जिसके परिणामस्वरूप कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ब्रिक्स कार्यनीतिक सहयोग गठबंधन की स्थापना के लिए एक रूपरेखा दस्तावेज तैयार किया गया।
9 जुलाई, 2015 को रूस के ऊफ़ा में आयोजित 7वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग के माध्यम से कृषि विकास की व्यापक संभावनाओं की कल्पना की और ब्रिक्स कृषि अनुसंधान केंद्र की स्थापना की घोषणा की। इसके बाद, 2016 में गोवा, भारत में आयोजित 8वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच (बीएआरपी) की स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए जिसके उद्देश्य इस प्रकार हैं-:
ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच (बीएआरपी) की स्थापना 2 अगस्त, 2017 को, मंत्रिमंडल की कार्योत्तर मंजूरी के रूप में की गई थी। ब्रिक्स का उद्देश्य कृषि अनुसंधान, प्रौद्योगिकी, नीति, नवाचार, विस्तार और प्रौद्योगिकी-हस्तांतरण, प्रशिक्षण तथा क्षमता निर्माण और सूचना साझा करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्यनीतिक सहयोग के माध्यम से सतत कृषि विकास और गरीबी उन्मूलन को बढ़ावा देना है। ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच वेबसाइट को वर्ष 2021 में ब्रिक्स कृषि मंत्रियों की बैठक में माननीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री द्वारा प्रारंभ किया गया था। ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच का समन्वय केंद्र डेयर के शासन के अंतर्गत भारत में स्थित है तथा ब्रिक्स देशों ने भी ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच के लिए अपने केन्द्र बिन्दु नियुक्त किए हैं। भारत ने जलवायु परिवर्तनशीलता और चरम घटनाओं, जैव विविधता और पर्यावरण संबंधी चिंताओं की बढ़ती वैश्विक चुनौतियों के क्षेत्र में हमारे संबंधों को मजबूत करने और कृषि उत्पादन प्रणालियों में लोचशीलता विकसित करने के लिए ब्रिक्स कृषि अनुसंधान मंच के माध्यम से कृषि अनुसंधान एवं विकास में विचारों और नवाचारों के आदान-प्रदान का प्रस्ताव रखा।
हाल ही में आयोजित ब्रिक्स बैठकों में 27-28 जून, 2024 को मास्को में कृषि कार्य समूह की बैठक और मंत्रिस्तरीय बैठक तथा 22-24, अक्तूबर 2024 को रूसी संघ के कज़ान में “न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना” विषय पर XVI वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन शामिल है।