कृषि और वानिकी पर 6ठा भारत-आसियान कार्य समूह की बैठक का हुआ आयोजन

1 जुलाई, 2019, बैंकॉक, थाईलैंड

कृषि और वानिकी पर 6ठा भारत-आसियान कार्य समूह की बैठक आज यहाँ आयोजित की गई। इस बैठक की मेजबानी थाईलैंड की शाही सरकार ने की थी।

भारत और वियतनाम ने बैठक की सह-अध्यक्षता की।

डॉ. अरुणाचलम, सहायक महानिदेशक (अंतरराष्ट्रीय संबंध) के साथ-साथ डॉ. प्रवीण पुथरा, सहायक महानिदेशक (समुद्री मत्स्य) ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग, भारत सरकार की तरफ से भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। श्री एम. साहू, अटैची, भारतीय दूतावास, थाईलैंड भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए थे।

दोनों सह-अध्यक्षों ने कृषि और वानिकी के क्षेत्र में सहयोग के अधिक-से-अधिक अवसर पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आसियान-भारत संबंध ज्ञान और सूचना साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। साथ ही, आसियान सदस्य राज्यों के लाभ के लिए संयुक्त कार्यक्रम भी आयोजित करता है।

मध्य-अवधि की कार्य योजना (2016-2020) पर चर्चा करते हुए भारत ने चल रही गतिविधियों और उनके परिणामों से अवगत कराया। इसने आसियान सचिवालय से सक्रिय कदम उठाने और आसियान के सदस्य राज्यों से कार्य योजना के तहत पहचाने जाने वाले कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में मदद करने का आग्रह किया।

इसके अलावा, कृषि और वानिकी के क्षेत्र में काम करने वाले सभी अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार संस्थानों की एक निर्देशिका विकसित करने का सुझाव दिया गया। उप-समूह वानिकी को यह सुझाव दिया गया कि वे वानिकी क्षेत्र के लिए कार्य-योजना विकसित करें।

आसियान के सदस्य राज्यों ने कृषि विकास के विभिन्न क्षेत्रों में भारत द्वारा विकसित किए गए नए प्रस्तावों पर चर्चा की और वर्ष 2020 तक लागू करने के लिए निम्नलिखित क्षेत्रों को सूचीबद्ध किया:-

  1. जलवायु लचीला (प्रतिरोधक) कृषि
  2. फलों और सब्जियों की कटाई के बाद की तकनीक
  3. कृषि में रोबोटिक्स और ड्रोन का अनुप्रयोग
  4. ट्रांस-बाउंड्री (सीमा से परे) रोग निगरानी और प्रबंधन।

बैठक के दौरान, छात्रों और किसानों के आदान-प्रदान के क्षेत्रों में सहयोग करने पर भी सहमति हुई।

इन चर्चाओं के इनपुट्स (आदानों) को अक्टूबर, 2019 में होने वाली 5वीं भारत-आसियान कृषि मंत्रियों की बैठक के एजेंडे में सम्मिलित किया जाएगा, जिसे ब्रुनेई दारुस्सलाम द्वारा आयोजित किया जाएगा।

(स्रोत: अंतरराष्ट्रीय संबंध इकाई, भा.कृ.अनु.प.)