केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री द्वारा केवीके, गोरखपुर में प्रशासनिक भवन का शिलान्यास
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में गोरखपुर के चौकमाफी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रशासनिक भवन का शिलान्यास किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत योगी आदित्यनाथ, सांसद, गोरखपुर द्वारा की गई। इस अवसर पर अपने संबोधन में कृषि मंत्री ने कृषि मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न किसानोपयोगी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए उपस्थित किसानों को सलाह दी। उन्होंने केवीके नॉलेज नेटवर्क पोर्टल को देशव्यापी स्तर पर ऑनलाइन जोड़ने की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने देश में दलहन एवं तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में विशेष रूप से आयोजित किसानों के खेतों पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के बारे में चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के लिए प्रशिक्षण केंद्र एवं अन्य आवश्यक केन्द्र शीघ्र शुरू करने का भी आश्वासन दिया|
श्री सिंह ने कहा कि टीएसपी के तहत उत्तर प्रदेश के 10 कृषि विज्ञान केन्द्रों को चिन्हित किया गया है। इसका उद्देश्य जनजातीय किसानों में खेती करने की विधियों को विकसित करना एवं आर्या परियोजना के माध्यम से प्रदेश के युवाओं में कृषि उद्यमशीलता को विकसित करना है। दूसरे दिन के कार्यक्रम में महंत योगी आदित्यनाथ, सांसद, गोरखपुर मुख्य अतिथि थे। अपने संबोधन में उन्होंने गोरखपुर , सोनभद्र, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, बस्ती और महाराजगंज के कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों को आयोजित कृषि मेले की सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पशुधन से भरपूर इस क्षेत्र में पशुपालन या पशु विज्ञान विज्ञान विषय पर आधारित विश्वविद्यालय की स्थापना की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में किसानों के लिए प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें विजेता किसानों को पुरस्कार स्वरूप एक किलोग्राम बीज के पैकेट प्रदान किये गए। गणमान्यों ने कृषि प्रदर्शनी का भी दौरा किया।
इस अवसर पर डॉ. ए.के. सिंह, उपमहानिदेशक (कृषि विस्तार), डॉ. रामेश्वर सिंह, परियोजना निदेशक, आईसीएआर –डीकेएमए और डॉ. बी. सिंह, निदेशक, भाकृअनुप - भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ आदि उपस्थित थे। डॉ. यू.एस. गौतम, निदेशक, अटारी (कानपुर) ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इस कार्यक्रम में आसपास के जिलों के किसानों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप- अटारी, कानपुर)