श्री एम. वेंकैया नायडू ने भाकृअनुप-एनएएआरएम, हैदराबाद के पीजीडीएम-एबीएम के चौथे स्नातक समारोह को किया संबोधित
14 मई, 2022, हैदराबाद
भारत के उपराष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि, “छात्रों न केवल कृषक समुदाय के उत्पादकता बढ़ाने के लिए काम करनी चाहिए बल्कि उनकी समस्याओं पर भी काम करनी चाहिए; कुल मिलाकर उनके समग्र कल्याण में वृद्धि पर काम करनी चाहिए"। श्री नायडू आज यहां भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद के प्रबंधन-कृषि व्यवसाय प्रबंधन (पीजीडीएम-एबीएम) कार्यक्रम में स्नातकोत्तर डिप्लोमा के चौथे स्नातक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
श्री नायडू ने संस्थान के चार बैचों के 144 छात्रों को डिग्री प्रदान की। प्रत्येक बैच के एक छात्र को उनके उत्कृष्ट समग्र प्रदर्शन के लिए निदेशक पदक और भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा उनके सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि देश तभी आत्मनिर्भर बन सकता है जब भविष्य में भी कृषि क्षेत्र का विकास जारी रहे। श्री नायडु ने जोर देकर कहा, इन क्षेत्रों को नवाचारों और फ्रंटियर प्रौद्योगिकियों के उपयोग की आवश्यकता है, जिन्हें कृषि-व्यवसाय प्रोफेशनलों के माध्यम से प्रसारित किया जा सकता है।
विशिष्ट अतिथि, डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव (डेयर) और महानिदेशक (भाकृअनुप) ने अकादमी के पीजीडीएम-एबीएम कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि अकादमी ने केवल शत-प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल किया; बल्कि, कृषि-व्यवसाय उद्योग और स्टार्ट-अप को गुणवत्तापूर्ण जनशक्ति भी प्रदान की। महानिदेशक द्वारा एनएआरएस के क्षमता निर्माण और देश के लिए कृषि और खाद्य प्रणालियों में थिंक-टैंक अनुसंधान नीति विकास में अकादमी के योगदान की सराहना की गई।
इससे पूर्व, डॉ. चौ. श्रीनिवास राव, निदेशक, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कृषि के सभी उप-क्षेत्रों को कवर करते हुए कौशल विकास, शिक्षा कार्यक्रमों, प्लेसमेंट गतिविधियों, अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण और नीति विकास में संस्थान की समग्र उपलब्धियों को रेखांकित किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)