5 दिसंबर, 2022 काकद्वीप
श्री. बंकिम चंद्र हाजरा, सुंदरबन मामलों के मंत्री, पश्चिम बंगाल सरकार ने आज भाकृअनुप-केन्द्रीय खारा जलजीव पालन संस्थान (सीबा), चेन्नई के काकद्वीप अनुसंधान केन्द्र में कियोस्क और मछली अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन किया।
मंत्री ने सुंदरबन के लोगों के लिए एक कियोस्क खोलने के लिए सीबा द्वारा किए गए प्रयास की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि मछली के कचरे को धन में परिवर्तित करने के लिए मछली अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई स्थापित करना एक अनूठा विचार है। बाद में श्री हाजरा ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी भाग लिया।
डॉ. कुलदीप के. लाल, निदेशक, सीबा ने कियोस्क के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुंदरबन के जलीय कृषक को भाकृअनुप-सीबा और अन्य भाकृअनुप संस्थानों द्वारा उनकी बेहतरी के लिए विकसित तकनीकों के बारे में जानकारी मिलेगी और स्थानीय ग्रामीणों को उचित लागत के साथ केआरसी की ताजा कृषि उपज भी मिल सकेगी।
डॉ. देबाशीष डे, प्रभारी अधिकारी, केआरसी-सीआईबीए ने मछली अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई की स्थापना के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया और इस बात पर प्रकाश डाला कि यह न केवल मछली के कचरे को मूल्य वर्धित उत्पादों यानी प्लैंकटन प्लस और हॉर्टी प्लस में बदलकर इससे आय उत्पन्न करने में मदद करेगा। साथ ही सुंदरबन के किसानों के के विकास के अलावा मछली बाजार के वातावरण को स्वच्छ रखने में भी मदद मिलेगी।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय खारा जलजीव पालन संस्थान, चेन्नई)